Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Breaking News

latest

सिंगापुर की मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब दिलाने के नाम पर कॉल कर 25 लाख रुपए का फ्राड करने वाले अंर्तराजीय गिरोह का मास्टर मांइड सायबर सेल इंदौर की गिरफ्त में

सिंगापुर की मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब दिलाने के नाम पर कॉल कर 25 लाख रुपए का फ्राड करने वाले अंर्तराजीय गिरोह का मास्टर मांइड व स...



सिंगापुर की मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब दिलाने के नाम पर कॉल कर 25 लाख रुपए का फ्राड करने वाले अंर्तराजीय गिरोह का मास्टर मांइड व सदस्य राज्य सायबर सेल इंदौर की गिरफ्त में

 कक्षा 12 तक पढा लिखा हैं मास्टर माइंड आरोपी फैज
 कलेक्शन ऐजेंट भी रह चूका हैं आरोपी
 सेक्टर 63 नोएडा दिल्ली से संचालित करते थें कॉल सेंटर आरोपी
 कॉल सेंटर में कई लडके लडकिया करते थें कॉल लगाने का काम
 आनलाईन जॉब सर्च करने वालों को बनाते थे अपना शिकार
 शिकार को फांसने के लिए राहुल शर्मा, राहुल वर्मा, अविनाश सिंह व अन्य नामों फर्जी नामों का करते थे उपयोग
 मास्टर माइंट कॉल के लिए पढी लिखी महिलाओं का भी करते थें उपयोग
 काल सेटंर की 02 महिलाएं भी हुई गिरफतार
 पैसों को पार्क कराने के लिए किराए के खातों का करते थें उपयोग
 खाता धारकों को एक्सपोर्ट बिजनेस व हवाला के नाम बताकर व राशि में हिस्सा प्राप्त करने का लालच देकर 
 डलवाते थें खातों में रूपए
 पार्किंग खातों के पासबुक, एटीएम व अन्य डक्यूमेंटस अपने पास रखते थे मास्टर माइंड आरोपी
 सहमास्टर माइंड जावेद कस्सार यूपी पुलिस द्वारा कॉल सेंटर चलाने के नाम पर गिरफतार होने की शोहरत
 अपने साथी जावेद के गिरफतार होते ही आरोपी बार बार अपनी लोकेशन कर रहा था चेंज
 आरोपियों के पास से अपराध में प्रयुक्त खाता, एटीएम, मोबाईल व सिमों को ‍किया गया विधिवतरूप से जप्त
 सह आरोपी जावेद, सन्नी, अतुल व अन्य आरोपीयों की तलाश जारी

  अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री योगेश देशमुख, राज्य सायबर पुलिस मुख्यालय भोपाल व्दारा लंबित अपराधों के त्वरित निराकरण के हाल ही मे निर्देश दिये गये। उक्त निर्देशो के पालन में की गई कार्यवाही के अंर्तगत राज्य सायबर सेल इंदौर, पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र सिंह के व्दारा बताया गया कि दिनांक 26/10/2021 को राज्य सायबर सेल जोन इन्दौर पर आवेदक सुनील शर्मा को विभिन्न मोबाईल नंबरों से बातचीत कर सिंगापुर की मल्टी नेशनल कंपनी में सिनीयर प्रोडक्शन इंजीनियर की पोष्ट पर नियुक्ति दिलाने के नाम पर अलग अलग प्रोसेसिगं फीस के नाम पर कुल 25,00,000/- रुपए से अधिक की राशि विभिन्न बैंक खातों में स्थानांतरित करा ली गई। उक्त शिकायत की जाँच निरीक्षक रामसुमेर तिवारी, उप निरीक्षक मनीषा पाठोदे, प्रधान आरक्षक विवेक मिश्रा एवं आर विक्रांत तिवारी द्वारा की गई शिकायत जांच में आरोपीयों द्वारा उपयोग किए गए मोबाईल नंबरों एवं बैंक खातों में अवैध राशि के ट्रांजेक्शन्स की जानकारी प्राप्त की गई । संकलित व प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र सिंह द्वारा निरीक्षक रामसुमेर तिवारी की टीम को दिल्ली एनसीआर में रवाना किया गया जहां पहुंच कर टीम द्वारा आरोपीयों की पतारसी व तलाश करने हेतु अपने व्यवसायिक दक्षता एवं कार्यकुशलता से आरोपीयों के ठिकानों पर दबीशें दी जहां से आरोपी 1-अंकित वर्मा पिता नरेन्द्र वर्मा उम्र 28 साल नि. 108 नूरबफानगंज कोटी गेट, हापुड़ हाल नि. जवाहरगंज हापुड़ 2-नीरज वर्मा पिता रोहतास वर्मा उम्र 37 वर्ष नि. 117/82 आर्यनगर मुलचंद वाली गली हापुड़ 3- कामीनी (परिवर्तित नाम) उम्र 32 साल नि. 117/82 आर्यनगर मुलचंद वाली गली हापुड़ तथा 4- फैज अहमद पिता जीशान अहमद उम्र 38 साल नि. 697 नूर बफानगंज कोठी गेट, अंसारी मस्जिद के पास हापुड़ उत्तर प्रदेश 5- सोनिका (परिवर्तित नाम) उम्र 25 साल नि. 1704 जवाहरगंज आर्यनगर हापुड़ उत्तरप्रदेश को पकड़ा गया। पूछताछ पर इनके व्दारा पीड़ितों को विदेश में आकर्षक पैकेज वाले जॉब दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपए अपने खातों में स्थानांतरित कर लेना स्वीकार किया। इस कॉल सेंटर में कई लडके लडकियां काम करते थें । कॉल करते समय हम लोग अपना नाम राहुल वर्मा, राहुल शर्मा, अविनाश व अन्य नामों का उपयोग करते थे एवं जो लोग जॉब या इंश्योंरेंस के लिए राजी हो जाया करते थे उन लोगों को रजिस्ट्रेशन फिस, प्रोसेसिंग शुल्क व अन्य शुल्कों के नाम पर पार्किंग खातों में पैसे डलवाने का काम करते थें फिर पार्किंग खाता धारकों को हवाला या एक्सपोंर्ट बिजनेस के नाम से पैसा आने का बताकर अपना हिस्सा देकर बाकी पैसों को आपस में बांट लिया करते थें खाता धारकों के पासबुक एटीएम व अन्य डाक्यूमेंटस हम लोग अपने पास रख लेते थें पैसा आने पर एटीएम के माध्यम या खाता धारक के स्वयं के चैक के माध्यम से पैसों की निकासी कर लिया करते थें। हमारा साथी जावेद कस्सार को अन्य साथियों को यूपी पुलिस ने गिरफतार कर लेने की सूचना प्राप्त हुई है तब से हम लोगों ने यह काम करना बंद कर दिया था। आरोपियों से अपराध में प्रयुक्त बैंक पासबुकें, एटीएम, मोबाईल व सीमें विधिवत जप्त किए गए है व अन्य आरोपियों की तलाश जारी हैं।

   उक्त कार्यवाही में निरीक्षक रामसुमेर तिवारी, उप निरी मनीषा पाठोदे, संजय चौधरी, सहा0 उपनिरीक्षक धीरज सिंह गौर, प्रधान आरक्षक ‍विवेक मिश्रा, आरक्षक विक्रांत तिवारी, गजेंद्र सिंह राठौर, महावीर परिहार म0आर0 निशा मिश्रा, आर0 चालक राहुल भोसले सराहनीय भूमिका रही।


Advisory

 फायनेंसियल फ्राड की जानकारी मिलते ही त्वरित रुप से शिकायत करें,
 कभी किसी संदिग्ध मैसेज पर विश्वास कर KYC अपडेट, आधार, पैनकार्ड लिंक करने वाले मैसेज पर विश्वास ना करें,
 जाब या लोन प्रदान करने के नाम पर किसी भी व्यक्ति को पासबुक एटीएम व बैंक संबंधी निजी जानकारी शेयर ना करें।
 रिमोट एप जैसे टीम व्युवर, एनीडेस्क, क्विक सपोर्ट आदि किसी के कहने पर इंस्टाल ना करें,
 फोन काल पर अज्ञात व्यक्ति व्दारा दिये गए निर्देशों का पालन कतई नही करें. गूगल से प्राप्त कस्टमर केयर/ हेल्प लाईन नंबर पर विश्वास ना करें।
 क्यूआर कोड स्केन करने पर बैंक खाते से रुपये निकलते है,
 अपनी कोई भी फायनेंसियल जानकारी अथवा व्यक्तिगत जानकारी सोशल मिडिया पर शेयर नही करें।

कोई टिप्पणी नहीं