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विश्व पर्यावरण दिवस जिन्हें परिवार ने किया तिरस्कृत उन्हीं बुजुर्गों ने, वृक्षारोपण,पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे धरा को किया अलंकृत।

विश्व पर्यावरण दिवस जिन्हें परिवार ने किया तिरस्कृत उन्हीं बुजुर्गों ने, वृक्षारोपण,पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे धरा को किया अलं...


विश्व पर्यावरण दिवस जिन्हें परिवार ने किया तिरस्कृत उन्हीं बुजुर्गों ने, वृक्षारोपण,पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे धरा को किया अलंकृत।

राज्य आनंद संस्थान आनंद विभाग के    आव्हान पर 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया है। जिसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक एवं जागृत करने और अनवीकरणीय प्राकृतिक संसाधनों के मितव्ययी उपयोग हेतु जनता को प्रेरित करना है इस पर्यावरण दिवस की थीम "हमारी एक मात्र पृथ्वी” प्रकृति के साथ समरसता में रहना ह। अपने स्तर पर स्वच्छ एवं स्वस्थ पर्यावरण के निर्माण हेतु जन जागरूकता फैलाने , प्रकृति के साथ सुसंगत समरसता में जीना सीखना ना केवल पर्यावरण की आवश्यकता है बल्कि यह मनुष्य को आनंदित रहने के लिए भी एक महत्वपूर्ण सूत्र है इसी क्रम में राज्य आनंद संस्थान के आनंदको द्वारा आनंदम केंद्र निराश्रित सेवाश्रम पितृपर्वत परिसर हातोद रोड इंदौर पर वृक्षारोपण का कार्यक्रम रखा गया है जिसमें राज्य आनंद संस्थान के आनंदको एवं आनंदम केंद्र निराश्रित सेवा आश्रम में रह रहे ऐसे निराश्रित बुजुर्ग जिनका कोई नहीं या फिर जिन्हें अपने ही परिजनों ने घर से दूर कर दिया फिर भी उनके मन में समाज के प्रति सद्भावना प्रशंसनीय है ऐसे बुजुर्गों ने आगामी पीढ़ी पर्यावरण संरक्षण एवं वृक्षों का महत्व बोध कराते हुए वृक्षारोपण कर उनको सिंचित घोषित करने का दायित्व भी लिया। निराश्रित सेवा आश्रम में निराश्रित सीताराम टेटवाल ने कहा हमारा कोई परिवार नहीं है आज से यह पौधे हम निराश्रित के परिवार का हिस्सा है हम सब मिलकर इनके सिंचित पोषित करेंगे ताकि आने वाली पीढ़ी को जीने के लिए प्राणवायु खरीदना ना पड़े। वृक्षारोपण के साथ ही गार्बेज कलेक्शन भी किया गया आनंदम केंद्र निराश्रित सेवा आश्रम संचालक यश पाराशर एवं राज्य आनंद संस्थान के समन्वयक एवं मास्टर ट्रेनर विजय मेवाड़ा द्वारा बताया कि आज पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण संरक्षण को एक सार्वजनिक शिक्षा प्रयास के रूप में जन जन तक के लाना आवश्यक है ताकी प्रत्येक व्यक्ति पर्यावरण संरक्षण के प्रति है जागरूक हो,अपने सामर्थ्य अनुसार यथासंभव प्रयास कर सकें। आनंदकों ने बुजुर्गों को आनंद की अनुभूति कराने हेतु सांस्कृतिक आयोजन भी हुए जिसमें बुजुर्गों ने गीत गाकर कविता सुना कर अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया।आनंदक श्री प्रकाश पप्पी शर्मा  निर्लेश तिवारी जी श्री दिनेश चौधरी हेमेंद्र शर्मा श्री राजेश सिसोदिया श्रीमती बबीता शर्मा श्री चैन सिंह आंवले जी श्री सुखनंदन सोनी एवं टीम के बुजुर्गों सहित 80 सदस्यों ने उत्साह पूर्वक वृक्षारोपण कार्यक्रम में सहभागिता की।

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