- *जिला प्रशासन ने उर्स कमेटी के सहयोग से पेश की मानवता की अनूठी मिशाल* - *जिला प्रशासन का मानवीय चेहरा सामने आया* ...
- *जिला प्रशासन ने उर्स कमेटी के सहयोग से पेश की मानवता की अनूठी मिशाल*
- *जिला प्रशासन का मानवीय चेहरा सामने आया*
*राजगढ़।* अपर कलेक्टर कमलचन्द्र नागर के प्रस्ताव पर जिला शांति समिति की बैठक में निर्णय लिया गया था कि बाबा बदख्शानी पर लगने वाले सालाना उर्स में गरीब बच्चों को निःशुल्क मेले का भ्रमण कराया जाए। इसके परिप्रेक्ष्य में अपर कलेक्टर श्री नागर को मालूम हुआ कि सुभाष चन्द्र बोस बालक आवासीय छात्रावास राजगढ़ में ऐसे बच्चे रहते है जो अनाथ है, कई के माता/पिता नही है यह अत्यंत गरीब परिवार से है।
*अनाथ बच्चों को कराया उर्स मेले का भ्रमण*
सुभाषचन्द्र बोस आवासीय बालक छात्रावास राजगढ़ में निवासरत 17 अनाथ /गरीब बच्चों को निःशुल्क मेला भ्रमण ओर मनोरंजन में लगे झूलो में झुलवाय गया।इस मौके पर मीर साहब, दरगाह कमेटी सदर मो.शफीक गामा, मो.अली आदि अन्य मौजूद थे।
*बच्चो ने उठाया मेले का आनंद/लुत्फ़*
- टाय रेलगाड़ी में घूमे।
- ट्रेंपोलिन में कूदे/आनंद लिया।
- बच्चो ने लिया झूलो का लुत्फ़।
- नाव झूले का मजा लिया।
- आइसक्रीम का आनंद लिया।
*जिला प्रशासन ने उर्स कमेटी के सहयोग से अनाथ बच्चों के सपने संजोए*
- उर्स कमेटी के द्वारा बच्चों को जूते वितरित किये गए।
- आइसक्रीम खिलवाई गई।
- जल पान, नाश्ता करवाया गया।
- बच्चों के चेहरे पर आकर्षक
मुस्कान देखने को मिली।
- बच्चों को हाथ घड़िया भी वितरित की गई।
- बच्चे भगवान के रूप होते है। सामान्य बच्चों के माता पिता अपने बच्चों को मेला का भ्रमण करा सकते है। किंतु ऐसे बच्चे जो अनाथ है, जिनके माता पिता न हो, जो गरीब हो, उनके लिये मेला किसी सपने से कम नही होता है। मै जिला प्रशासन, शांति समिति एवं विशेषकर उर्स कमेटी को धन्यवाद ज्ञापित करता हूं, कि उनके द्वारा बच्चों के उर्स भ्रमण पर सहयोग प्रदान किया गया। मेले में झुला झूलने, जुते दिलाने पर उनके चेहरे पर एक अलग सी खुशी थी। मै आशा करता हूँ कि प्रयास जारी रहेंगे और जिला प्रशासन जन सहयोग से मानवीय सहयोग को बढ़ावा देता रहेगा।
*कमलचन्द्र नागर*
अपर कलेक्टर राजगढ़
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